Uttar Pradesh Election 2022 का शंखनाद जल्द ही हो जाएगा, UP के चुनावी रण में बाहुबली विशेष भूमिका निभाते है और चुनाव जीत कर विधानसभा पहुँचते रहे है। यूपी में कई ऐसे नेता हैं, जिनका अपराध जगत से बेहद करीबी रिश्ता रहा है। इन्होंने अपने रसूख और दबंगई के दम पर बाहुबली वाली छवि बनाई है। आज हम आपको सियासी जमीन पर राज करने वाले 5 बाहुबली नेताओं की पढ़ाई लिखाई के बारे में बता रहे हैं।
Mukhtar Ansari मुख्तार अंसारी
मुख्तार अंसारी का नाम साल 1988 में पहली बार एक हत्या के मामले में सामने आया और इसके बाद धीरे-धीरे मुख्तार का कद जरायम की दुनिया में बढ़ने लगा। इस बीच 1995 में मुख्तार अंसारी ने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। 1996 में मुख्तार अंसारी पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए। मऊ के रहने वाले मुख्तार अंसारी ने गाजीपुर के पीजी कॉलेज (गोरखपुर यूनिवर्सिटी) से साल 1984 में बीए पास किया है।
Atique Ahmad अतीक अहमद
अतीक अहमद की अपराध जगत में एंट्री 17 साल की उम्र में साल 1979 में होती है, जब अतीक का नाम हत्या के मामले से जुड़ता है। अतीक अहमद ने 1989 में राजनीति में कदम रखा। इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा से अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले अतीक अहमद ने इस सीट से लगातार 5 बार (1989,1991, 1996, 2002, 2004) चुनाव जीता था। वहीं, शिक्षा की बात की जाए तो अतीक ने इलाहाबाद से साल 1979 में 10वीं पास किया है।
Brijesh Singh बृजेश सिंह
बृजेश सिंह जन्म वाराणसी के रविंद्र सिंह के परिवार में हुआ। जिनकी गिनती रसूखदार लोगों में होती थी। पिता बृजेश सिंह को IAS अधिकारी बनाना चाहते थे। बृजेश सिंह भी उनके सपने को पूरा करने मे जुटे थे। 1984 में उन्होंने उदयप्रताप इंटर कॉलेज से अच्छे अंकों से 12वीं पास किया। लेकिन पिता की हत्या के बाद जो कभी IAS बनने का ख्वाब देखा रहा था, वह पूर्वांचल का बाहुबली बन गया।
Dhananjay Singh धनंजय सिंह
धनंजय सिंह पूर्वांचल से दो बार विधायक और एक बार सांसद चुने जा चुके हैं. 2002 में वो रारी से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर तो 2007 में जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर चुनाव जीते. साल 2008 में धनंजय बसपा में शामिल हुए और 2009 में बसपा के टिकट पर जौनपुर से सांसद चुने गए. 2011 में मायवती ने उन्हें बसपा से निष्कासित कर दिया. धनंजय सिंह पोस्ट ग्रेजुएट हैं, उन्होंने साल 2008 में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, जौनपुर से एम.ए किया है।
Raja Bhaiya राजा भैया
31 अक्टूबर 1967 को प्रतापगढ़ के भदरी रियासत में जन्मे रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से विधायक हैं. कुंडा विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार विधायक रहे राजा भइया 1993 से लेकर अब तक अजेय हैं। वह पहली बार 26 साल की उम्र में विधायक बने थे। वहीं, अगर उनकी शिक्षा की बात की जाए तो उन्होंने 1989 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है।